गुजरात भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने पूरी तरह से जनजातीय समुदायों पर केंद्रित जीनोम अनुक्रमण परियोजना शुरू की है।
इस परियोजना की घोषणा राज्य के जनजातीय विकास मंत्री कुबेर डिंडोर की अध्यक्षता में आयोजित एक परामर्श बैठक में की गई।
इसका उद्देश्य जनजातीय आबादी के लिए आनुवंशिक स्वास्थ्य जोखिमों की पहचान करना और सटीक स्वास्थ्य सेवा को सक्षम बनाना है।
यह पुष्टि की गई कि इस पहल के तहत 17 जनजातीय जिलों के 2,000 व्यक्तियों के जीनोम का अनुक्रमण किया जाएगा।
इस परियोजना का शीर्षक "गुजरात में जनजातीय आबादी के लिए संदर्भ जीनोम डेटाबेस का निर्माण" है और इसका नेतृत्व गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (जीबीआरसी) कर रहा है।