केंद्रीय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने 2 सितंबर को नई दिल्ली में 20वें वैश्विक स्थिरता शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन सीआईआई-आईटीसी सतत विकास उत्कृष्टता केंद्र द्वारा किया गया था।
इस अवसर पर 10 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और उद्योग जगत के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
श्री यादव ने भारत के विकास मॉडल को आर्थिक प्रगति और पारिस्थितिक उत्तरदायित्व के बीच संतुलन स्थापित करने वाला बताया।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि स्थिरता को एक लक्ष्य के रूप में नहीं, बल्कि लचीलेपन, पुनर्जनन और उत्तरदायित्व पर आधारित जीवनशैली के रूप में देखा जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 29 अगस्त, 2025 को पर्यावरण लेखा परीक्षा नियम, 2025 को अधिसूचित किया है, जो पूरे देश में पर्यावरणीय लेखा परीक्षा के लिए एक औपचारिक ढाँचा प्रदान करता है।
मंत्री ने बताया कि अधिक निजी भागीदारी और पारिस्थितिक पुनर्स्थापन को संभव बनाने के लिए ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम की संशोधित कार्यप्रणाली 29 अगस्त, 2025 को अधिसूचित की गई है।