भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी फॉरवर्ड ललित उपाध्याय ने 22 जून 2025 को बेल्जियम के खिलाफ FIH प्रो लीग में 4-3 की जीत के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
करियर की मुख्य बातें
दो ओलंपिक पदक: ललित उपाध्याय भारतीय हॉकी टीम के उस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा रहे, जिसने टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीते। उनके करियर की यह सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
लंबा करियर: उन्होंने 2014 में वर्ल्ड कप में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में डेब्यू किया था और एक दशक से भी अधिक समय तक भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया।
उपलब्धियां: ललित ने भारत के लिए 183 मैच खेले और 67 गोल दागे। वह FIH प्रो लीग 2021-22 में तीसरे स्थान पर रही भारतीय टीम और 2022 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे।
सम्मान: भारतीय हॉकी में उनके अतुलनीय योगदान को देखते हुए उन्हें 2021 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अंतिम मैच: उन्होंने भारतीय टीम के लिए अपना अंतिम मैच 15 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
भविष्य की योजनाएं: 31 वर्षीय ललित उपाध्याय ने फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लिया है, लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि वह घरेलू टीम और उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए खेलना जारी रखेंगे।